नॉनवेज बढ़ाता है यूटीआई का खतरा, जानें क्या कहता है रिसर्च

नॉनवेज बढ़ाता है यूटीआई का खतरा, जानें क्या कहता है रिसर्च

सेहतराग टीम

हमारे शरीर में कई तरह के इंफेक्शन होते हैं जो काफी तकलीफ देते हैं। उन्ही में से एक है यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन जो मूत्रनली का संक्रमण भी कहा जाता है। वैसे तो यह समस्या पुरुष और महिला दोनों में हो सकता है, लेकिन महिलाएं इससे कुछ ज्यादा ही पीड़ित रहती हैं। इसे हम यूटीआई भी कहते हैं। वहीं इस इंफेक्शन के कारण मूत्रमार्ग में सूजन हो जाता है जो काफी तकलीफ देती है। यही नहीं महिलाओं में यह समस्या प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादा होने के चांस रहते हैं। हांलाकि इस समस्या को हम खान-पान में सुधार करके खत्म कर सकते हैं। फिलहाल आपको बता दे कि एक रिसर्च में सामने आया है कि हम अपने खान-पान की वजह से ही इस समस्या को बढ़ाते हैं। ऐसी स्थिति में अगर हम अपने खान-पान पर ध्यान दे तो इससे निपटारा जल्द पाया जा सकता है। तो आइए जानते है कि आखिर इसके क्या लक्षण है और इससे बचने के क्या उपाय हैं?

पढ़ें- बच्चों में भी होता है यूटीआई रोग, जाने कैसे करें इसका इलाज

यूटीआई को कैसे पहचानें

यूटीआई की समस्या को कुछ लक्षणों के आधार पर आसानी से पहचाना जा सकता है। आमतौर पर महिलाओं में निम्न लक्षण दिखते हैं।

  • जल्दी-जल्दी पेशाब आना
  • मूत्रमार्ग में जलन महसूस होना
  • पेशाब लगने का एहसास होना मगर कुछ बूंदों से ज्यादा मूत्र न निकलना
  • बुखार आना
  • पेट के निचले हिस्से में दर्द या अकड़न महसूस होना

नॉनवेज छोड़ने से कम होता है यूटीआई का खतरा

ताईवान के एक ताजा रिसर्च के अनुसार अगर आप वेजिटेरियन डाइट लेती हैं, तो आपको यूटीआई का खतरा कम होता है। आमतौर पर यूटीआई का कारण पेट के बैक्टीरिया, जैसे- ई. कोली आदि बनते हैं, जो यूरेथ्रा के रास्ते से मूत्रमार्ग में पहुंच जाते हैं और ब्लैडर और किडनी को प्रभावित करते हैं। इसके पहले हुई एक अन्य रिसर्च में भी इस बात को बताया गया था कि नॉन वेजिटेरियन फूड्स के सेवन से यूटीआई का खतरा बढ़ता है। मगर तब तक यह नहीं पता लगाया जा सका था कि क्या नॉनवेज छोड़ देने के बाद यूटीआई का खतरा कम हो जाता है।

16% कम हो जाता है खतरा

आपको बता दे कि इस रिसर्च के लिए 9724 लोगों को चुना गया। शोधकर्ताओं ने पाया कि नॉन वेजिटेरियन फूड्स (मांसाहारी आहार) छोड़ने के बाद और पूरी तरह वेजिटेरियन फूड्स (शाकाहारी आहार) अपनाने के बाद यूटीआई का खतरा 16% तक कम पाया गया।

 ज्यादा फाइबर खाना है फायदेमंद

शोधकर्ताओं ने बताया कि अगर वेजिटेरियन लोग ज्यादा फाइबर वाले आहार खाएं, तो वे पेट में ई. कोली बैक्टीरिया को विकसित होने से रोक सकते हैं। इसके अलावा फाइबर वाले आहारों के सेवन से पेट में एसिडिक प्रभाव बढ़ता है, जिससे यूटीआई की आशंका कम हो जाती है।

यूटीआई हो, तो खानपान में रखें इन बातों का ध्यान

  • सोडा ड्रिंक्स, कोल्ड ड्रिंक्स और सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन न करें।
  • खट्टे फल और एसिडिक चीजें खाने से ब्लैडर इंफेक्शन की स्थिति और बुरी हो सकती है।
  • मिर्च-मसाले वाली चीजों का सेवन कम कर दें।
  • चीनी और आर्टिफिशियल शुगर का इस्तेमाल कम कर दें।
  • ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं, ताकि बैक्टीरिया आपके मूत्रमार्ग से बाहर निकल जाएं।
  • यूटीआई के दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
  • पब्लिक टॉयलेट्स का इस्तेमाल कम से कम करें या न करें।
  • अगर जलन, खुजली या दर्द की समस्या बढ़ जाए, तो डॉक्टर से संपर्क करें।

इसे भी पढ़ें-

महिलाओं के लिये जानलेवा है सर्वाइकल कैंसर, जानें इससे बचने के आसान तरीके

सिरदर्द की समस्या में कारगर हैं ये 9 घरेलू उपाय

आनुवंशिक होता है हार्ट अटैक, परिवार में किसी को है तो कराएं जांच, जानें क्यों है जरुरी

तेजी से फैल रही है कोरोना वायरस से जुड़ी अफवाह, जानें कितनी है सच्चाई

 

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।